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माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश

भीड़तंत्र कों देश नहीं रोंदने दे सकते, संसद इस पर जल्द ही कानून बनाए : सुप्रीम कोर्ट

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भीड़ के हाथो लगातार हों रही हत्याए रोकने के लिए मंगलवार कों सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों गाइडलाइंस जारी कि| साथ ही इसे रोकने के लिए संसद कों कानून बनाने पर विचार करने कों कहा | कोर्ट ने कहा भीड़ के हाथों हत्याए पिशाच का रूप ले सकती है | झूठी खबरों से जन्मी असहिन्णुता देश में उथल-पुथल मचा सकती है |

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा कि बेंच ने कहा कि भीड़तंत्र कों देश का  कानून  रोंदने  कि  इजाजत नहीं  दे  सकते | जांच ट्रायल या सजा सड़कों पर नहीं हों सकती | ऐसा करने वालों कों सजा देना सरकारी एजेंसियों की ज़िम्मेदारी है | सम्मान के साथ जीने से बड़ा कोई हक नहीं है | कानून व्यवस्था कायम रखना राज्यों  ज़िम्मेदारी  है | कोर्ट ने केंद्र व  राज्य सरकारों से 4 सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है | अगली सुनवाई 20 अगस्त कों होगी |

पाकुड़ (झारखंड) | भाजयुमों, एबीवीपी के लोगों ने मंगलवार कों सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट की | घटना झारखंड के पाकुड़ जिले की है | 79 साल के अंग्निवेश मंगलवार को होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके निकले ही थे कि बाहर भीड़ ने काले झंडे दिखाकर जय श्रीराम और अग्निवेश वापस जाओ के नारे लगाए| अग्निवेश कों लात, घूसो, ईट से मारा गया | उन्हे गंभीर चोटे आई हैं | भजयुमों-एबीवीपी का आरोप है कि अग्निवेश पहाडिया समाज कों भड़का रहे हैं| वे पहाडिया समुदाय के कार्यकम मे आए थे |